साथ ही टिंडा बहुत ही प्राकृतिक गुणों से लैस होता है। टिंडा में एन्टी-ऑक्सिडेंट, फाइबर, कैराटिनॉयड, विटामिन सी, आयरन या पोटाशियम होता है जो टिंडे को सूपरफूड बनाने में मदद करता है। टिंडे की सब्जी (tinde ki sabji) खाते तो सब लोग है,लेकिन आयुर्वेद में इसका औषधि के रुप में भी उपयोग किया जाता है।
Similarly टिंडा का क्या भाव है? जो वर्तमान में सब्जी मण्डी में ५५ रुपए किलो भाव में बिक रहा है। मात्र सीजन के दौरान ही बाहर भेजा जाता है। वह भी बहुत कम मात्रा में जाता है। व्यापारियों ने बताया कि शाहपुरा तहसील के आसपास के गांवों में पैदा होने वाला टिण्डा प्रदेश से लेकर दिल्ली समेत कई राज्यों तक मशहूर है।
चप्पल टिंडा की खेती कैसे की जाती है? ऐसे में उन्हें हर दिन आठ से साढ़े आठ हजार रुपए तक पैदावार मिल रही है। यूं ली जाती फसल : ताइवानी टिंडा की बुआई के लिए खेत में सबसे पहले बूंद-बूंद सिंचाई के लिए मिट्टी के बैड बनाए जाते हैं। बैड पर फसल बुआई से पहले प्लास्टिक मलचिंग की जाती है। वहीं फसल अंकुरण के साथ ही सर्दी से बचाव के लिए नुनवुन लगाया जाता है।
Additionally, टिंडा की खेती कैसे करें? पौधों को लगाना
- बिजाई का समय उत्तर भारत में, इसकी खेती दो बार की जा सकती है। इसे फरवरी-मार्च और जून-जुलाई में भी बोया जा सकता है।
- फासला बीजों को बैड के दोनों तरफ बोयें और 45 सैं. मी. फासले का प्रयोग करें ।
- बीज की गहराई बीजों को 2-3 सैं. मी. की गहराई में बोयें।
- बिजाई का ढंग बीजों को सीधे या मेंड़ पर बोया जा सकता है।
चप्पल टिंडा कब बोया जाता है?
इसे फरवरी-मार्च और जून-जुलाई में भी बोया जा सकता है। बीजों को बैड के दोनों तरफ बोयें और 45 सैं.
टिंडे की खेती कब करें?
टिंडे की पहली बुवाई फरवरी से अप्रैल में करनी चाहिए. इसकी दूसरी बुवाई जून से जुलाई में होती है. इस फसल की बुवाई उच्च गुणवत्ता, सुडौल, स्वस्थ और अच्छे बडी से करनी चाहिए.
टिंडे की फसल कितने दिन में तैयार हो जाती है?
इनमेेंं टिंडा एस 48, टिंडा लुधियाना, पंजाब टिंडा-1, अर्का टिंडा, अन्नामलाई टिंडा, मायको टिंडा, स्वाती, बीकानेरी ग्रीन, हिसार चयन 1, एस 22 आदि अच्छी किस्में मानी जाती हैं। टिंडे की फसल आमतौर पर दो माह में पककर तैयार हो जाती है।
टिंडा कौन से महीने में लगाया जाता है?
Vegetable crops – Sowing time, transplanting time and seed rate
सब्जी फसल | बुआई समय | कटाई समय |
---|---|---|
Round melon टिंडा | Feb.- March June- July | May- June Sept- Oct. |
Tomato टमाटर | June- Aug Nov.- Dec. | Oct.- Dec. April- June. |
Turnip शलजम | Oct.- Nov. | Dec.- March. |
Watermelon तरबूज | Jan.- March | May- June |
टिंडा कब लगाएं?
बुवाई का समय –
tinde ki kheti से अधितम लाभ लेने के लिए समय से बुवाई करना बहुत आवश्यक है। देश के उत्तरी मैदानी भागों में टिंडे की खेती साल में दो बार की जाती है। टिंडे की पहली बुवाई फ़रवरी से अप्रैल माह में करें तथा दूसरी खेती के लिए जून – जुलाई में बुवाई करें।
टिंडे के बीज का क्या होता है?
टिंडा के बीज की बोआई फरवरी से मार्च और जून-जुलाई तक होती है। कृषि अधिकारियों ने अनुसार इसकी बोआई के लिए एक बीघा में डेढ़ किलो ग्राम बीज पर्याप्त होता है। आमतौर से टिंडे की बुआई समतल क्यारियों में की जाती है किंतु डौलियों पर बोआई करना अत्यंत उपयोगी एवं लाभप्रद रहता है।
टमाटर की वैज्ञानिक खेती कैसे करें?
टमाटर की खेती का तरीका
खेत को 3-4 बार जोतकर अच्छी तरह तैयार कर लें। पहली जुताई जुलाई माह में मिट्टी पलटने वाले हल अथवा देशी हल से करें। खेत की जुताई के बाद समतल करके 250-300 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से सड़ी गोबर की खाद को समान रूप से खेत में बिखेरकर पुन: अच्छी जुताई कर लें और घास-पात को पूर्णरूप से हटा दें।
टमाटर के पौधे में क्या डालें?
टमाटर के पौधे में क्या डालें? ANS. 100 किलो नाइट्रोजन. 60 किलो फास्फेट.
टमाटर में कौन सी दवा डालें?
टमाटर की अच्छी पैदावार लेने के लिए संतुलित उर्वरक सिचाई आदि के साथ-साथ कीड़े व बीमारियों की रोकथाम समय रहते करना अति आवश्यक है। कीटों से बचाव के लिए 400 मिली मेलाथियान 50 ईसी दवा 250 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ 15 दिन के अंतर पर छिड़काव करें।
टमाटर में कौन सा खाद डालना चाहिए?
सामान्यतौर पर टमाटर की खेती के लिए 100 क्विंटल प्रति एकड़ अच्छी सड़ी हूई गोबर खाद, 50 किलोग्राम डीएपी, 50 किलोग्राम अमोनियम सल्फेट, 40 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश प्रति एकड़ रोपाई के पूर्व खेत मे मिलाएं। यदि मृदा में ज़िंक की कमी हो तो 10 किलोग्राम ज़िंक सलफेट प्रति एकड़ रोपाई के पूर्व खेत मे दें।
टमाटर के फूल क्यों झड़ते हैं?
टमाटर से फूल गिरने के कारण – Cause of Tomato Flower drop in Hindi. तापमान (Temperature) – तापमान कम या ज्यादा होने के कारण टमाटर के पौधे से फूल गिरने लगते हैं, दिन या रात में तापमान कम या ज्यादा होने के कारण ऐसा होता है। टमाटर के पौधे के लिए उचित तापमान निम्न है – दिन के समय 20-30°C और रात के समय 12-20°C होना चाहिए।
टमाटर कितने दिन में फल देता है?
पौधरोपण के 50 से 55 दिन बाद टमाटर के रूप में फल जाएगा। 60 दिन में लाल टमाटर काटने की स्थिति में होगा।
टमाटर की देखभाल कैसे करें?
सबसे पहले ऐसी जगह चुनें, जहां पर्याप्त धूप आती हो. दरअस्ल, टमाटर के पौधे को दिन में कम से कम आठ से 10 घंटे की धूप चाहिए होती है. जितना संभव हो उतना बड़ा गमला चुनें. टमाटर के पौधे को काफ़ी पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है तो इसलिए यह ज़रूरी हो जाता है कि गमले में पर्याप्त मिट्टी हो.
टमाटर की फसल को झुलसा रोग से कैसे बचाएं?
पंकज नौटियाल ने बताया कि टमाटर पर लगने वाली बीमारी का नाम पछेती झुलसा और बैक्टीरियल बिल्ट रोग है। इसमें 10 लीटर पानी में 30 ग्राम कॉपर ऑक्सी क्लोराइड और 1 ग्राम स्ट्रेप्टोसाइलिन का मिश्रण मिलाकर टमाटर की फसल पर छिड़काव करना पड़ता है, जिससे बीमारी खत्म हो जाती है।
टमाटर के फूल क्यों गिरते हैं?
टमाटर से फूल गिरने के कारण – Cause of Tomato Flower drop in Hindi. तापमान (Temperature) – तापमान कम या ज्यादा होने के कारण टमाटर के पौधे से फूल गिरने लगते हैं, दिन या रात में तापमान कम या ज्यादा होने के कारण ऐसा होता है। टमाटर के पौधे के लिए उचित तापमान निम्न है – दिन के समय 20-30°C और रात के समय 12-20°C होना चाहिए।
टमाटर में कौन कौन सा रोग लगता है?
टमाटर के 10 प्रमुख रोग एवं उनका समेकित रोग प्रबंधन
- 10 Major Diseases of Tomato and Their Integrated Disease Management.
- आर्द्रपतन इस रोग में रोगजनक का आक्रमण बीज अंकुरण के पूर्व अथवा बीज अंकुरण के बाद होता है। …
- अगेती झुलसा …
- पक्षेती झुलसा …
- सेप्टेरिया पर्णचित्ती …
- फल सड़न …
- फ्यूजेरियम म्लानि …
- जीवाणु म्लानि
एनपीके खाद क्या है?
NPK क्या है, NPK खाद के फायदे:- NPK एक केमिकल खाद है जिसमें पौधे के लिए सबसे जरूरी तत्व N (नाइट्रोजन) P (फॉसफोरस) K (पोटैशियम) का मिश्रण होता है। इस खाद के उपयोग से पौधे का सम्पूर्ण विकास होता है। पौधे के लिए लाभदायक NPK खाद N-P-K के अलग-अलग अनुपात के पैकेट में मिलता है।
टमाटर में कौन सा रोग होता है?
टमाटर का उखटा रोग फ्यूजेरिअम उखटा कवक जनित रोग है जो आरम्भिक जड़ों के माध्यम से पूरे पौधों को संक्रमित करता है । इससे संक्रमित पौधों की शाखाओं और पत्ते पीले हो जाते हैं । कभी-कभी एक शाखा या पौधे के एक तरफ का भाग प्रभावित हो जाता है ।
टमाटर लगाने का सही समय क्या है?
वैसे तो टमाटर की खेती पूरे वर्ष भर की जा सकती है । शरदकालीन फसल के लिए जुलाई से सितम्बर, बसंत या ग्रीष्मकालीन फसल के लिए नवम्बर से दिसम्बर तथा पहाड़ी क्षेत्रों में मार्च से अप्रैल महीनों में बीज की बुआई फायदेमंद होता है । पौध की तैयारी के लिए जीवांशयुक्त बलुवर दोमट मिट्टी की जरुरत होती है ।
टमाटर का कौन सा बीज अच्छा होता है?
स्वर्ण लालिमा बीज दर 150-200 ग्राम प्रति/हे. उपज 600 -700 क्वि./हे.
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