टिंडे में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, थियामिन. नियासिन, रिबोफाल्विन, आयरन और पौटेशियम भी पाए जाते हैं। टिंडे के बीजों को भी बहुत लाभदायक माना जाता है।
Similarly टिंडा की खेती कैसे करें? पौधों को लगाना
- बिजाई का समय उत्तर भारत में, इसकी खेती दो बार की जा सकती है। इसे फरवरी-मार्च और जून-जुलाई में भी बोया जा सकता है।
- फासला बीजों को बैड के दोनों तरफ बोयें और 45 सैं. मी. फासले का प्रयोग करें ।
- बीज की गहराई बीजों को 2-3 सैं. मी. की गहराई में बोयें।
- बिजाई का ढंग बीजों को सीधे या मेंड़ पर बोया जा सकता है।
टिंडे की फसल कितने दिन में तैयार हो जाती है? इनमेेंं टिंडा एस 48, टिंडा लुधियाना, पंजाब टिंडा-1, अर्का टिंडा, अन्नामलाई टिंडा, मायको टिंडा, स्वाती, बीकानेरी ग्रीन, हिसार चयन 1, एस 22 आदि अच्छी किस्में मानी जाती हैं। टिंडे की फसल आमतौर पर दो माह में पककर तैयार हो जाती है।
Additionally, टिंडा कौन से महीने में लगाया जाता है? Vegetable crops – Sowing time, transplanting time and seed rate
सब्जी फसल | बुआई समय | कटाई समय |
---|---|---|
Round melon टिंडा | Feb.- March June- July | May- June Sept- Oct. |
Tomato टमाटर | June- Aug Nov.- Dec. | Oct.- Dec. April- June. |
Turnip शलजम | Oct.- Nov. | Dec.- March. |
Watermelon तरबूज | Jan.- March | May- June |
टिंडे की खेती कितने दिन में तैयार होती है?
इसके पौधे छोटे औऱ कोमल हो जाएं, तब तुड़ाई का उचित समय होता है. पहली तुड़ाई के 4 से 5 दिन के अंतराल पर तुड़ाई करते रहना चाहिए. टिंडे की उपज भूमि, जलवायु, तापमान, बीजों की गुणवत्ता, बुवाई का समय, सिंचाई आदि पर निर्भर होती है. आमतौर पर इसकी फसल से प्रति हेक्टेयर 80 से 120 क्विंटल पैदावार मिल जाती है.
टिंडे के बीज का क्या होता है?
टिंडा के बीज की बोआई फरवरी से मार्च और जून-जुलाई तक होती है। कृषि अधिकारियों ने अनुसार इसकी बोआई के लिए एक बीघा में डेढ़ किलो ग्राम बीज पर्याप्त होता है। आमतौर से टिंडे की बुआई समतल क्यारियों में की जाती है किंतु डौलियों पर बोआई करना अत्यंत उपयोगी एवं लाभप्रद रहता है।
टमाटर की वैज्ञानिक खेती कैसे करें?
टमाटर की खेती का तरीका
खेत को 3-4 बार जोतकर अच्छी तरह तैयार कर लें। पहली जुताई जुलाई माह में मिट्टी पलटने वाले हल अथवा देशी हल से करें। खेत की जुताई के बाद समतल करके 250-300 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से सड़ी गोबर की खाद को समान रूप से खेत में बिखेरकर पुन: अच्छी जुताई कर लें और घास-पात को पूर्णरूप से हटा दें।
टमाटर के पौधे में क्या डालें?
टमाटर के पौधे में क्या डालें? ANS. 100 किलो नाइट्रोजन. 60 किलो फास्फेट.
टमाटर में कौन सी दवा डालें?
कीटों से बचाव के लिए 400 मिली मेलाथियान 50 ईसी दवा 250 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ 15 दिन के अंतर पर छिड़काव करें। फल छेदक सुंडी की रोकथाम के लिए 60 मिली साइपरमैथरीन 25 ईसी कीटनाशक को 200 लीटर पानी में मिलकर प्रति एकड़ छिड़काव 15 दिन के अंतर पर कर दे।
टमाटर में कौन सा खाद डालना चाहिए?
सामान्यतौर पर टमाटर की खेती के लिए 100 क्विंटल प्रति एकड़ अच्छी सड़ी हूई गोबर खाद, 50 किलोग्राम डीएपी, 50 किलोग्राम अमोनियम सल्फेट, 40 किलोग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश प्रति एकड़ रोपाई के पूर्व खेत मे मिलाएं। यदि मृदा में ज़िंक की कमी हो तो 10 किलोग्राम ज़िंक सलफेट प्रति एकड़ रोपाई के पूर्व खेत मे दें।
टमाटर के फूल क्यों झड़ते हैं?
टमाटर से फूल गिरने के कारण – Cause of Tomato Flower drop in Hindi. तापमान (Temperature) – तापमान कम या ज्यादा होने के कारण टमाटर के पौधे से फूल गिरने लगते हैं, दिन या रात में तापमान कम या ज्यादा होने के कारण ऐसा होता है। टमाटर के पौधे के लिए उचित तापमान निम्न है – दिन के समय 20-30°C और रात के समय 12-20°C होना चाहिए।
टमाटर कितने दिन में फल देता है?
पौधरोपण के 50 से 55 दिन बाद टमाटर के रूप में फल जाएगा। 60 दिन में लाल टमाटर काटने की स्थिति में होगा।
टमाटर की देखभाल कैसे करें?
सबसे पहले ऐसी जगह चुनें, जहां पर्याप्त धूप आती हो. दरअस्ल, टमाटर के पौधे को दिन में कम से कम आठ से 10 घंटे की धूप चाहिए होती है. जितना संभव हो उतना बड़ा गमला चुनें. टमाटर के पौधे को काफ़ी पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है तो इसलिए यह ज़रूरी हो जाता है कि गमले में पर्याप्त मिट्टी हो.
टमाटर की फसल को झुलसा रोग से कैसे बचाएं?
पंकज नौटियाल ने बताया कि टमाटर पर लगने वाली बीमारी का नाम पछेती झुलसा और बैक्टीरियल बिल्ट रोग है। इसमें 10 लीटर पानी में 30 ग्राम कॉपर ऑक्सी क्लोराइड और 1 ग्राम स्ट्रेप्टोसाइलिन का मिश्रण मिलाकर टमाटर की फसल पर छिड़काव करना पड़ता है, जिससे बीमारी खत्म हो जाती है।
टमाटर में झुलसा रोग की दवाई क्या है?
उन्होंने बताया कि जैसे ही टमाटर के पौधों पर इस रोग के लक्षण दिखाई दें तो मैन्कोजेब इण्डोफिल एम-45 का 400 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी के हिसाब से 10 से 15 दिन के अंतर पर छिड़काव करें।
टमाटर में कौन सा रोग होता है?
टमाटर का उखटा रोग फ्यूजेरिअम उखटा कवक जनित रोग है जो आरम्भिक जड़ों के माध्यम से पूरे पौधों को संक्रमित करता है । इससे संक्रमित पौधों की शाखाओं और पत्ते पीले हो जाते हैं । कभी-कभी एक शाखा या पौधे के एक तरफ का भाग प्रभावित हो जाता है ।
टमाटर के फूल क्यों गिरते हैं?
टमाटर से फूल गिरने के कारण – Cause of Tomato Flower drop in Hindi. तापमान (Temperature) – तापमान कम या ज्यादा होने के कारण टमाटर के पौधे से फूल गिरने लगते हैं, दिन या रात में तापमान कम या ज्यादा होने के कारण ऐसा होता है। टमाटर के पौधे के लिए उचित तापमान निम्न है – दिन के समय 20-30°C और रात के समय 12-20°C होना चाहिए।
टमाटर में कौन कौन सा रोग लगता है?
टमाटर के 10 प्रमुख रोग एवं उनका समेकित रोग प्रबंधन
- 10 Major Diseases of Tomato and Their Integrated Disease Management.
- आर्द्रपतन इस रोग में रोगजनक का आक्रमण बीज अंकुरण के पूर्व अथवा बीज अंकुरण के बाद होता है। …
- अगेती झुलसा …
- पक्षेती झुलसा …
- सेप्टेरिया पर्णचित्ती …
- फल सड़न …
- फ्यूजेरियम म्लानि …
- जीवाणु म्लानि
टमाटर के पौधे की देखभाल कैसे करें?
अपनी मिट्टी के pH को मॉनिटर करें: टमाटर हल्की सी एसिडिक मिट्टी में पनपते हैं। हाइली एसिडिक सॉइल प्लांट से कैल्शियम ले सकती है और आखिर में सड़न पैदा कर सकती है। मिट्टी के pH को 6.0 और 6.8 के बीच ही रखें। अगर मिट्टी का टेस्ट 6.8 से ऊपर है, तब बराबर मात्रा में कोल्ड कॉफी और पानी के मिक्स्चर के साथ टमाटर को पानी दें।
जुलाई अगस्त में टमाटर की खेती कैसे करें?
टमाटर की खेती के लिए भूमि की तीन से चार बार गहरी जुताई कर एक हेक्टेयर खेत में 25-30 टन गोबर की सड़ी हुई खाद डालनी चाहिए. बुवाई के बाद ऊपरी सतह पर गोबर की खाद की पतली परत बिछा देनी चाहिए. क्यारी को धूप, ठंड या बरसात से बचाने के लिए घास फूस से ढका जा सकता है. टमाटर की खेती के दौरान सिंचाई का विशेष ध्यान रखना पड़ता है.
टमाटर लगाने का सही समय क्या है?
वैसे तो टमाटर की खेती पूरे वर्ष भर की जा सकती है । शरदकालीन फसल के लिए जुलाई से सितम्बर, बसंत या ग्रीष्मकालीन फसल के लिए नवम्बर से दिसम्बर तथा पहाड़ी क्षेत्रों में मार्च से अप्रैल महीनों में बीज की बुआई फायदेमंद होता है ।
टमाटर का कौन सा बीज अच्छा होता है?
स्वर्ण लालिमा बीज दर 150-200 ग्राम प्रति/हे. उपज 600 -700 क्वि./हे.
टमाटर की सबसे अच्छी वैरायटी कौन सी है?
भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (IIHR) ने टमाटर की एक ऐसी किस्म तैयार की है, जिसके एक पौधे से 19 किलो टमाटर का उत्पादन हो रहा है। टमाटर की इस नई उन्नतशील किस्म का नाम अर्का रक्षक (एफ) है। भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने परिशोधन खेती के तहत उन्नतशील किस्म के इस पौधे से इतना उपज हासिल किया।
टमाटर का पौधा क्यों मरता है?
एक टमाटर के पौधे का गलना या मुरझा कर सूख जाना। दूसरा रोग जो लगता है वह पत्तियों का सिकुड़ना जिसको मोजेक रोग भी कहते है। तीसरा जो सबसे ज्यादा हमारे टमाटर के पौधे को प्रभावित करता है उसका नाम है झुलसा। ये दो प्रकार का होता है पहला – अगेती झुलसा और पिछेती झुलसा।
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