h2>Dating : प्यार कैसे करते है
अगर हम सामने वाले की आँखों में खुद को देख पाते हैं और खुद की आखों में सामने वाले को देख पाते हैं तो वहाँ से प्यार की शुरुआत होने लगती हैं|
सामने वाले की ख़ुशी में हमको अपनी भी खुशी नजर आने लगे तो वो प्यार है|
प्यार को इजहार करने की कोई जरुरत नहीं हैं अगर आप उसकी आँखो में सबकुछ देख पाते हो|
हम अगर सामने वाले के साथ एक हो जाते हैं तो वो प्यार खुद-ब-खुद सब कुछ ब्यान कर देता हैं|
यदि हम सामने वाले के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाये तो वो प्यार ही होता है बस उसको सामने लाना होता हैं|
जब भी हम सामने वाले को एक सही नजर से देखने लग जाते हैं और साथ-साथ उसकी इज्जत भी करने लग जाते है तो हम कह सकते की आप प्यार में हो|
प्यार इंसान के जीवन में होना वाला वो एहसास है जो की अगर एक बार हो जाये हो तो उसके बाद कुछ भी करना बाकि ही नहीं रहता है|
किसी इंसान के लिए सच्चा प्यार वो होता है जो इंसान को पूरी तरह से आजाद करके उसको प्यार का एहसास दिलाता है|
जब हमें प्यार होता है अगर हम उसके साथ टिक करके एक हो जाते है तो वो प्यार सच्चा प्यार होता है|
अगर प्यार को हम असल में महसूस कर पाते है तो उसके बाद अगर कुछ भी पाना न रहे तो वो असल प्यार होता है|
हमें प्यार में ये नहीं पता होता है की किसी से प्यार कैसे करते है और उसको महसूस कैसे किया जाता है|
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